स्वतंत्रता दिवस पर जहां पूरा देश राष्ट्रीय ध्वज को नमन कर रहा था, वहीं उत्तर प्रदेश की दो बड़ी घटनाओं ने पूरे राष्ट्र को शर्मसार कर दिया। जिस वक्त लोग आजादी का जश्न मना रहे थे, गोरखपुर जिले के गोला में तिरंगे का अपमान करते हुए मुस्लिम युवक ने पाकिस्तानी झंडा फहरा दिया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उधर शाहजहांपुर में सरकारी स्कूल के शिक्षक ने तिरंगे को नीचे उतार कर पैरों से रौंद कर अपमान किया। उसे निलंबित कर दिया गया है। अपमान का सिलसिला यहीं नहीं थमा। आन-बान-शान का प्रतीक राष्ट्र ध्वज कहीं उल्टा फहराया गया तो कहीं इसकी गरिमा को धूमिल किया गया। प्रतिबंध के बावजूद पालीथिन से बने ध्वज कई स्थानों पर अपमानजनक स्थिति में जमीन पर पड़े रहे।
गोरखपुर के गोला कस्बे में किराने की दुकान चलाने वाले अफरोज के फेसबुक पेज पर जमीन पर बिछे तिरंगे के ऊपर पाकिस्तान के झंडे की तस्वीर लगाने से स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पुलिस ने आनन-फानन में अफरोज और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को दोनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया। अफरोज ने 14 अगस्त की शाम यह तस्वीर पोस्ट की थी। उसने बताया कि तस्वीर गलती से छोटे भाई फिरोज ने पोस्ट की। भाई को किसी की वॉल पर यह तस्वीर दिख गई। उसे एडिट कर उसने पोस्ट कर दिया। इस तस्वीर में तिरंगा जमीन पर बिछा हुआ है। उसके ऊपर कुर्सीनुमा चबूतरा है। चबूतरे के ऊपर पाकिस्तानी झंडा फहराया गया है। अफरोज बीए तृतीय वर्ष का छात्र है, जबकि उसका भाई फिरोज छठवीं में पढ़ता है। पिता शौकत अली का कहना है कि मेरा पूरा परिवार दिल से हिन्दुस्तानी है। बेटे की नादानी ने मुझे शर्मसार कर दिया।
उधर महराजगंज के ब्लाक संसाधन केंद्र लक्ष्मीपुर पर स्वतंत्रता दिवस पर प्रशिक्षुओं द्वारा शिक्षक जावेद खान की पिटाई करने पर जमकर हंगामा हुआ। शिक्षक के किसी बात पर अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर शिक्षक प्रशिक्षुओं के सभागार में बाहर से ताला बंद कर भाग गया। सभागार में बंद प्रशिक्षु खिड़की तोड़ कर बाहर आये और धरने पर बैठ गये। अफसरों ने शिक्षक पर मुकदमा दर्ज कराया और उसके निलंबन की संस्तुति कर मामला निपटाया।
शाहजहांपुर जिले में भावलखेड़ा ब्लाक के जूनियर हाईस्कूल चौड़ेरा में जूनियर हाईस्कूल सैजना के शिक्षक रामआसरे यादव ने आरोहण के बाद राष्ट्रीय ध्वज को जमीन पर फेंककर जूतों से रौंद दिया। इससे गुस्साये साथियों ने उसे पकडऩे का प्रयास किया, लेकिन वह साथी के साथ बाइक से भाग गया। बीएसए ने उसे तत्काल निलंबित कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। वह मूलरूप से आजमगढ़ जिले का है। स्कूल से जुड़े लोगों के मुताबिक वह मंदबुद्धि है और पूर्व में भीमराव अंबेडकर की फोटो फाड़ चुका है। कोतवाल एनडी पाठक ने उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने से मना कर दिया।
आगरा के शिक्षा भवन में अफसरों ने उल्टा तिरंगा फहरा दिया। अधिकारी आधे घंटे तक उल्टे तिरंगे के नीचे शान से भाषण भी करते रहे। हापुड़ जिले में शहीदों की कर्मस्थली लघु मेवाड़ क्षेत्र धौलाना में राष्ट्र ध्वज का जमकर अपमान हुआ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र नीरज सिंह ने गांव बझैड़ा खुर्द में करीब दो बजे ध्वजारोहण किया। तब तक ध्वज की गांठ नहीं खोली गयी। गांव बासतपुर के ग्रेट मिशन एनआर इंटर कालेज में भी ग्यारह बजे तक ध्वज गांठ में बंधा रहा। गांव सिखैड़ा के जूनियर हाईस्कूल में दीवार के सहारे लगाया ध्वज भवन से बहुत नीचे रह गया। वहीं हापुड़़ में तहसील चौपले पर तिरंगा आड़ा फहराया गया। बुलंदशहर में चोला क्षेत्र के बिरोड़ी ताजपुर प्राथमिक विद्यालय में झंडा न फहराने पर लोगों ने जमकर हंगामा किया। आरोप है कि तीन वर्ष से प्रधानाध्यापक जरीना 15 अगस्त और 26 जनवरी को तिरंगा नहीं फहरातीं। बीएसए महेश चंद ने जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
पहला आतंकी हमला: आजम
संसदीय कार्य एवं नगर विकास मंत्री आजम खां ने कहा कि आजाद भारत में पहला आतंकी हमला महात्मा गांधी पर हुआ। बापू के सीने पर चली पहली गोली से ही देश में आतंकवाद की शुरुआत हुई। गांधी समाधि पर ध्वजारोहण एवं रामपुर पहाड़ी गेट पर राजकीय इंटर कालेज का उद्घाटन करने के मौके पर उन्होने कहा कि कुछ लोग सत्ता के घमंड में अपनी सीमाएं भूल जाते हैं। लोगों को अपनी हद में रहना चाहिए। हमें उन महापुरुषों की कुर्बानी को याद करना चाहिए, जिनकी वजह से देश आजाद हुआ।
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