Thursday, June 7, 2012

अजीब देश है हमारा भी !!!


 मुझे लगता है भारत में 4 और संस्थाओ को एक अलग देश घोषित कर देना चाहिए क्यूंकि ये भारत के संविधान और कानून का खुल्लम खुल्ला मजाक उड़ाती है और भारत का कानून एक असहाय की भांति बस उनका मुह देखता है  :

पहली स्वतंत्र संस्था है मुस्लिम  पर्सनल ला बोर्ड :
चूँकि कोई भी देश कानून और संविधान से चलता है और जाहिर सी बात है देश के अंदर रहने वाले सभी नागरिक इसी कानून का पालन करते है लेकिन भारत के अजीबोगरीब देश है यहाँ पर शादी के लिए जो उम्र हमारे कानून  में है वो लडकियों के लिए कम से कम 18 और लडको के लिए कम से कम 21 है लेकिन ये कानून देश के अंदर रह रहे मुस्लिमो पर लागु नहीं होता मुस्लिम लडकियो की शादी 15 साल पर भी हो सकती है भले ही इस उम्र में वो शादी का मतलब भी न समझती हो लेकिन वो ऐसा कर सकते है धर्म के आधार पर कानून बनाने का ये अनूठा तरीका है और इसी बात का फायदा उठा के सुनने में आया है की चूँकि मुस्लिम धर्म में  खून का खास महत्व है इसी लिए हर धार्मिक उत्सव में वो किसी न किसी  जानवर को काटते ही है  इस लिए सरकार विचार कर रही है की हर एक मुस्लिम को 3 खून करने की आज़ादी हो जिस से की उनकी धार्मिक स्वतंत्रता बनी रहे और भारतीय संविधान जिसके अनुसार यहाँ पर सभी धर्मो को अपने धार्मिक कार्यो पर आज़ादी मिलनी चाहिये वाली धारा सच हो सके !!!!!!!!!!!
इनमे से दूसरी संस्था है हमारी फ़िल्मी दुनिया यानि की बॉलीवुड :
कोई भी कानून या कोई एक्ट अगर बॉलीवुड के खिलाफ हुआ तो बॉलीवुड के सरे सदस्य पानी पी पी के सरकार और कानून को कोसने लगते है और कोसा तो खबरों में और अगर समर्थन कर दिया तो खबरों में जैसे की 
डर्टी पिक्चर को रात में प्राइम टाइम में न दिखने पर खबर सुर्खियो में थी की बॉलीवुड ने इसका जमकर विरोध किया|
शाहरुख़ खान को अमेरिका तंग करता है तो खबर आती है बॉलीवुड ने इसका जोरदार विरोध किया जैसे बॉलीवुड पुरे भारत से अलग है इसी का फायदा उठा के बॉलीवुड ने निर्णय लिया है की कोई कानून बनाने या भ्रष्ट नेता को बचाने में बॉलीवुड अब एक स्वतंत्र संस्था के रूप में आगे आएगी और बन्दर माफ़ कीजियेगा शाहरुख़ खान इसके मुखिया होंगे 
तीसरी स्वतंत्र संस्था है भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड :
चाहे भारत का कानून लाख मना कर दे लेकिन होगा वही जो भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड का मन होगा चाहे हो IPL का दूसरा संस्करण सरकार के मनाही के वावजूद कही और खेलना या फिर   IPL में  ड्रग्स और काले धन का खुल्लम खुल्ला उपयोग भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड ने भी तय कर लिया है की अब हम स्वतंत्र है सुन ने में आया है की भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड ने अब तय किया है की वो भी अब अपना जोर क्रिकेट में लगाने के वजय अपने खिलाडियो को नेता बनाने और चुनाव प्रचार करने में लगाएगी और चूँकि पैसो की खूब संभावना है इस क्षेत्र में इस लिए भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड जो की पैसो के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती है इसे बुरा नहीं मानती |
चौथी संस्था है भीड़ 
जी हा जितना देश को पडोसी दुश्मन देश से डरना चाहिए उतना तो वो तो यहाँ भीड़ से डरती है जैसे की कसाब को फंसी नहीं दी जा सकती नहीं तो भीड़ कश्मीर में दंगा कर देगी, अफजल गुरु को फाँसी देने से देश में पागल भीड़ माहौल खराब कर सकती है, एक मुख्यमंत्री के हत्यारे को इसी भीड़ के डर से फाँसी नहीं दी जा सकी, सुन ने में आया है की अब आतंकवादी भी अपने लिए भीड़ की व्यवस्था करेंगे और जहा भी लगा की कुछ गड़बड़ है उनके लिए बस उनकी भीड़ आ जाएगी उनको बचाने ऐसे ही जैसे की कुछ नेता अपने लिए किराये की भीड़ इकट्ठी करते है ! अब तो अपराधियो ने भी अपनी एक भीड़ तैयार करने की सोच रही है ताकि कानून और पुलिस से बचा जा सके और कुछ भी करे और तुरंत भीड़ इकट्ठी कर ले | 
~~ अक्षय