Sunday, January 24, 2016

सरकार के दी हुई लैपटॉप से ही करता था आतंकवादियो की भर्ती: जानिए ISIS से जुड़े सभी देशद्रोहियों को



January 24, 2016



कुशीनगर से गिरफ्तार हुए संदिग्‍ध ISIS आतंकी रिजवान के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि रिजवान आईएसआईएस सरगना अबू बकर अल-बगदादी से सीधे टच में था। वहीं, लखनऊ में अरेस्ट हुआ अलीम अहमद सरकार से मिले लैपटॉप पर टेररिस्ट वेबसाइट सर्च करता था।

अलीम ने बेच दिया सरकार से मिला लैपटॉप
एक अन्य सस्पेक्ट अलीम को भी एनआईए और एसटीएफ की टीम ने अरेस्ट किया। हैदराबाद की क्राइम ब्रांच की टीम भी लखनऊ में मौजूद थी।
वह हैदराबाद के चार संदिग्धों के साथ लगातार टच में था।
अकील के एक बैंक खाते की भी जानकारी मिली है। खाते में 1500 रुपए जमा बताए जा रहे हैं।
एजेंसियों का मानना है कि अलीम साइबर कैफे का इस्तेमाल नहीं करता था। सारा काम वह लैपटॉप के जरिए करता था।
अलीम को पता चल गया था कि उसकी तलाश की जा रही है। इसलिए वह लखनऊ में बहन के यहां रह रहा था।
अलीम के पेरेंट्स के मुताबिक 12th के बाद उसे यूपी सरकार ने लैपटॉप दिया था। जो कुछ समय इस्तेमाल के बाद उसने बेच दिया।
हालांकि, अभी लैपटॉप बरामद नहीं हुआ है।

रिजवान चला रहा था ISIS का रीजनल ऑफिस
एटीएस की रिजवान से पूछताछ के बाद कई खुलासे हुए हैं।
ऑपरेशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 20 साल का रिजवान जन्नत पाना चाहता था। इसके लिए वह सीरिया जाकर अमेरिकी सेना से ISIS के लिए लड़ना चाहता था।
गोवा में वह 30 हजार रुपए किराए का कमरा लेकर रहता था।
यहीं से आईएसआईएस का रीजनल ऑफिस चला रहा था।
फेसबुक से आया था आईएसआईएस के संपर्क में
रिजवान फेसबुक के जरिए 8 महीने से आईएसआईएस के टच में था।
एक्टिविटी देख उसे चेन्नई बुलाया गया, जहां एक लाख रुपए देकर जिम्मेदारी सौंपी गई।
बाद में और रुपए देने का लालच दिया गया।
स्लीपिंग मॉड्यूल कर रहा था तैयार
सूत्रों के मुताबिक, रिजवान जगह-जगह घूमकर स्लीपिंग मॉड्यूल भी तैयार कर रहा था।
बताया जा रहा है कि इसके लिए उसे सीधे बगदादी से आदेश मिला था।
यह भी लालच दिया गया था कि कामयाब हुए तो काफी फायदा होगा।
जानकारी के मुताबिक रिजवान एक बड़ी साजिश को भी अंजाम देने में जुटा हुआ था।
वह देश में कई स्थानों पर इंडियन मुजाहिदीन के संग मिलकर धमाके करने की तैयारी कर रहा था।
वह कुशीनगर (यूपी) में भी सीरियल ब्लास्ट करने की योजना बना रहा था।
पिता करता है बीड़ी फैक्ट्री में काम, बेटा निकला IS संदिग्ध
अरेस्ट संदिग्धों में राजस्थान के टोंक में रहने वाला अबु अनस भी है।
अनस हैदराबाद में टीडब्ल्यूजी इंटरनेशनल कंपनी में बतौर इंफॉरमेशन सिक्यूरिटी एनालिस्ट काम कर रहा था।
उनके पिता मुश्ताक अहमद बीड़ी फैक्ट्री में काम करते हैं। वो भी इस समय भी हैरान हैं।
अनस के पिता अहमद का कहना है कि उसके बेटे की उम्र 25 साल है और वह जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी से पासआउट है।
वह धार्मिक प्रवृत्ति का है और नियमित तौर पर नमाज अदा करता है।
नए कपड़े पहनता था, पल्‍सर बाइक से चलता था रिजवान
रिजवान कुशीनगर के बुद्ध इंटर कॉलेज में इंटर की पढ़ाई कर रहा है।
कॉलेज के टीचरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इधर कुछ महीनों से उसका अंदाज बदला-बदला सा नजर आ रहा था।
वह लास्ट बेंचर बन गया था। कभी-कभी बीच में लम्बे समय के लिए गायब हो जाया करता था।
नए कपड़े बदल-बदल कर पहनता था और पल्सर बाइक से स्कूल आता था।
फैमिली मेंबर बोले- उसे गोली मार देनी चाहिए
एंटी-नेशनल एक्टिविटीज से जुड़े रिजवान की गिरफ्तारी से पूरे गांव के लोग सहम गए हैं।
रिजवान के चाचा रियाजुद्दीन के मुताबिक, वह कैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़ा, इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने यहां तक कह डाला कि रिजवान को गोली मार देनी चाहिए।
रिजवान के पिता कुशीनगर जिले के खड्डा तहसील क्षेत्र में लेखपाल हैं, जबकि दो मामा आर्मी में हैं।
ट्रांजिट रिमांड पर है रिजवान

रिजवान को मुंबई और बनारस की ज्वॉइंट एटीएस टीम ने शनिवार को गठित विशेष अदालत में पेश किया।
एसीजेएम आशीष कुमार चौरसिया ने उसे ट्रांजिट रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया।
रिजवान को कुशीनगर के कसया इलाके से एक अन्य युवक के साथ एटीएस ने गिरफ्तार किया था।
उसके पास से 60 मोबाइल सेट और पांच लाख रुपए से अधिक कैश बरामद किया गया।
दोनों से एटीएस के अधिकारियों ने कसया के एक होटल में पूछताछ की।
ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद एटीएस उसे आगे की पूछताछ के लिए ले गई है।