Sunday, February 8, 2015

अमेरिका की संकीर्ण विदेश नीति

सीरिया और इराक की घृणित इस्लामी आतंकवाद और हिंसा के साथ भारत की सहिष्णुता को घसीटने के लिए ओबामा के मूर्खतापूर्ण टिप्पणी पर वाशिंगटन पोस्ट के स्तम्भकार ने ओबामा को गहरी लताड़ लगायी है. उन्होंने कहा की एसी कौन सी मुसीबत भारत में आन पड़ी है की वे सीरिया और इराक के साथ भारत को घसीट रहे हैं? यह साफ है की ओबामा भारत का अपमान कर रहे हैं और इसलिए की भारत एक हिंदू देश है. भारत धरती पर दूसरा सबसे बड़ा मुस्लिम देश है और इसके बाबजूद आप भारत के पीछे पड़ जाते हैं. आप यह बताना चाहते हैं की वहाँ का हर आदमी गलत कर रहा हैं. वे कोई गलत काम नहीं कर रहे हैं. आपका भाषण तुच्छ और अप्रिय है.


इसी बिच खबर आ रही है मोदी ओबामा बोले तो भारत अमेरिका के अच्छे भले मजबूत होते रिश्ते के बिच दरार पैदा करने वाला कोई विदेशी ताकत नहीं बल्कि बरसों से हमारे प्यारे हिन्दुस्तान को तबाह और बर्बाद कर रही कैथोलिक इटालियन सोनिया ही थी. कैथोलिक सोनिया अपने गद्दार गैंग के साथ राष्ट्रपति ओबामा से जब मिली थी तभी उसने भारत में ईसाईयों के विरुद्ध हिंदुओं द्वारा किये जा रहे हिंसा, चर्च में तोड़फोड़, घर वापसी आदि शिकायतों का जहर उगला था जिसका प्रकटीकरण अगले दिन ओबामा के सीरी फोर्ट में दिए गए भाषण में हुआ था, हालाँकि, व्हाइट हाउस ने स्पष्टीकरण देते हुए इसे भारत के विरुद्ध नहीं बल्कि सबपर लागू होने वाला सामान्य बात कही थी, परन्तु परसों फिर ओबामा ने भारत में धार्मिक असहिष्णुता की बात कर यहाँ तक कह दिया की गाँधी होते तो बे शर्मिंदा होते. ये सेकुलर देशद्रोही अपने राजनितिक स्वार्थ और हिंदू विरोध के आलम में फिर से भारत को पुरे विश्व में बदनाम करने का षड्यंत्र कर रहे हैं. इसके पहले ये पुरे विश्व को यह जता चुके हैं की भारत में केवल एक ही धार्मिक स्थल टुटा है और वो है तथाकथित बाबरी मस्जिद और एक ही दंगा हुआ है और वो है मुस्लिमों के विरुद्ध गुजरात दंगा जबकि सच्चाई यह है की आजादी के बाद भी सैकड़ों मंदिर सिर्फ कश्मीर में ही तोड़ दिए गए हैं और हजारों दंगे आये दिन होते रहे हैं. दूसरी बात, मुझे लगता हैं दिल्ली में चर्च पर हमलों में कजरिया गैंग का हाथ नहीं ये गद्दार सोनिया और कांग्रेसियों का ही हाथ होगा ताकि वे हिंदुओं के विरुद्ध ईसाई ओबामा को भडका सकें. ज्ञातव्य हैं चर्च पर हमला करने वाले सभी ईसाई ही थे जो अब गिरफ्त में हैं और उन्होंने जानबूझकर भगवा झंडा वहाँ लगाया था ताकि आरोप हिंदुओं पर जाये. भ्रष्ट और गद्दार सेकुलर सिर्फ वोट बैंक के लिए हिंदुओं के धर्मान्तरण की खुली छूट देने वाले और मौन रखने वाले उन धर्मान्तरित हिंदुओं के घर वापसी पर जैसा शोर मचाते हैं वो खतरनाक हैं. आखिर ये धर्मान्तरण विरोधी कानून और समान नागरिक संहिता का विरोध क्यों करते हैं. सीधी से बात हैं की ये तथाकथित सेकुलर सिर्फ भ्रष्ट ही नहीं बल्कि हिन्दुओ और हिन्दुस्तान के दुश्मन और गद्दार भी है.

साभार: फेसबुक से 


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