Monday, January 21, 2013

कांग्रेस की संकीर्ण राजनीती


हमारे नकारे गृह मंत्री को और कुछ नहीं मिला तो अपनी सारी विफलताओ को छुपाते हुए फिर से हिन्दू और भगवा कार्ड खेला है और गृह मंत्री को सीधे सीधे दोषी बनाना भी गलत है क्यूंकि कांग्रेस में कोई कोई एक नेता ऐसा होता ही है जो देर सवेर संघ और हिंदुत्व को आतंक से जोड़ देता है, चलिए कुछ देर के लिए मान लेते है समझौता एक्सप्रेस विस्फोट और मालेगांव विस्फोट में कट्टर हिंदुत्व का हाथ हो सकता है अभी ये सिद्ध नहीं हुआ है और मामला न्यायलय में है 2-3 मामलो में हम हिंदुत्व को संदिग्ध मान भी लेते है तो कम से कम 100 मामलो में सिम्मी और इंडियन मुजाहिदीन दोषी साबित हो गयी है और कई में संदिग्ध है लेकिन हमारे कांग्रेसी नकारो को आज तक मैंने मुस्लिम आतंकवाद का नाम लेते नहीं सुना है तब वो धर्म विशेष की भावनाओ का ख्याल रखने का पाठ पढ़ते नजर आते है या फिर उन्हें पता है की अगर उन्होंने ऐसा मुस्लिम आतंकवाद का नाम लिया तो पुरे देश में मुस्लिम अराजकता फैला देंगे इसी लिए मैंने आज तक कभी मुस्लिम आतंकवाद का नाम नहीं सुना है
भारत एक ऐसा देश है जहा के सता पक्ष के नेता दुनिया के खूंखार आतंकवादियो को श्री, जी, और साहब जैसे अलंकर से विभूषित करते है, भले ही शहीदों के घर जाने में देर कर दे लेकिन आतंकवादियो के घर जाने में बिलकुल देर नहीं करते, जिन दुर्दांत आतंकवादियो पर  अमेरिका ने इनाम घोषित कर रखा है उन्ही को हम इज्जत देते है और वही नेता और वही पार्टी भारत के इतिहास पुरुष श्रीराम के नाम के आगे श्री नहीं लगाती उलटे ये साबित करती है की राम एक काल्पनिक पात्र थे, तो सवाल ये उठता है की क्या कांग्रेस पुरे देश को सांप्रदायिक तौर पर बाँट रही है ? या फिर अपने सारे करतूतों (कामनवेल्थ, 2जी , कोल, बेलगाम महंगाई, बढ़ता अपराध और भी बहुत कुछ ) पर पर्दा डालने के लिए जानबूझ कर ऐसे विवादित बयाँ देती है क्यूंकि इन्ही गृह मंत्री ने एक बार बोला था की भारत की जनता कुछ दिन के बाद घोटालो को भूल जाती है ???
कल तक हम पाकिस्तान से ये मांग करते थे की मुंबई हमलो के वांछित और जमात उद दावा के संस्थापक हाफिज सईद को भारत को सौप दिया जाये ताकि हम उसे दण्डित कर सके उसी हाफिज सईद ने आज हमारे गृह मंत्री को बधाई दी है और भारत पर कश्मीर और पाकिस्तान में अशांति फैलाने का जिम्मेदार माना है और ये मांग की है की भारत को "आतंकी राष्ट्र" घोषित किया जाये, जिस मुद्दे पर हमें अन्तराष्ट्रीय फायदा मिलता उसी मुद्दे पर हम अपने मुर्ख और नकारे गृह मंत्री के चलते घिर चुके है अगर हमारे विक्षिप्त गृह मंत्री को ये ख़ुफ़िया जानकारी मिली भी थी की संघ और भाजपा हिन्दू आतंकियो को तैयार करते है तो वो इसे खुफिया ही रहने देते इस खबर को और कई खबरे जिनके बारे में बोल जाता है की अगर ये खबर बाहर गयी तो देश में अशांति फ़ैल जाएगी या विदेशो से हमारे रिश्ते ख़राब हो जायेंगे ऐसे कई बहाने बनाये जाते है तो क्या ये खबर वो अंदर नहीं रख सकते थे, कम से कम अन्तराष्ट्रीय जगत पर उनके और देश के खोखलापन का मजाक तो नहीं उड़ता मन की उनकी उम्र अब सठियाने की हो गयी है लेकिन कम से कम उनको अपने पद का ख्याल रखना चाहिए।
हमारे देश के गृह मंत्री को तो पहले आतंवादी और राष्ट्रवादी संगठनों के बारे में अंतर पता करना चाहिए इस तरह के बयानों से कांग्रेस की छटपटाहट साफ देखी जा सकती है और बेशर्मी की तो हद देखिये पूरी की पूरी पार्टी इस विवादित बयाँ को सही बताने में आगे है मुस्लिमो को असुरक्षिता का अहसास दिला के उनके वोट हासिल करने की क्या तरकीब निकली है अपने चिंतन समारोह में इन कांग्रेस्सियो ने , आज तो कांग्रेस देश में ऐसे माहौल बनाने में जुटी है जहा हिन्दू और मुस्लिम कभी एक दुसरे पर भरोसा नहीं कर सकती और ये सब कांग्रेस की संकीर्ण राजनीती के कारण हो रहा है , अगर देश में साम्प्रदायिकता का विष किसी ने घोला है तो ये किसी और ने नहीं इन कांग्रेस्सियो ने घोला है
अभी जबकि पाक ने हमारे दो जवानों के सर काट के हमारी सेना के मनोबल को तोड़ने का काम किया है ऐसे में जहा हमारे सरकार को पाक पर दबाव बनाना चाहिए और उसे एक कड़ा जवाब देना चाहिए मौखिक नहीं बल्कि थप्पड़ मार के इसके उलट हमारे संकीर्ण राजनेता अपने ही अंदर में जूझ रहे है, जबकि देश महंगाई, अपराध और पड़ोसिओ के कुचक्र से जूझ रहा है उसके साथ हमारी सरकार देश के अन्दर ही नफरत की राजनीती कर रही है कम से कम इन कांग्रेस्सियो को मौके की नजाकत को देखना चाहिए था, सत्ता और वोट के लिए ये इतना निचे गिर सकते है और राजनीती इतनी गन्दी हो सकती है किसी ने सोचा भी नहीं होगा

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