Wednesday, May 27, 2015

सोनिया गांधी की सच्चाई


भारत से लूटकर एंटोनिआ माइनो उर्फ़ सोनिया गांधी ने खरबों रुपये जमा कर रखे हैं विदेशी बैंकों में।
अमेरिकी वेबसाइट बिजनेस इनसाइडर ने यह दावा किया है। साइट के मुताबिक सोनिया के पास 948 अरब रुपये की संपत्ति है। सूची में केजरीवाल का आका जिंदल समूह का नाम भी है। उनकी संपत्ति करीब 658 अरब रुपये आंकी गई है। दरअसल सबसे पहले यह खबर जर्मनी के अखबार 'डी वेल्ट' में प्रकाशित हुई थी। इस अखबार के व‌र्ल्ड लग्जरी गाइड सेक्शन में दुनिया के सबसे रईस 23 नेताओं की सूची प्रकाशित की गई थी। इसमें सोनिया गांधी चौथे स्थान पर हैं। बिजनेस इनसाइडर ने अखबार का हवाला देते हुए यह सूची प्रकाशित की है। http://www.jagran.com/news/national-sonia-worlds-fourth-richest-politician-9008314.html#sthash.H7FGdPj1.dpuf

इटली में पैदा हुई सोनिया गांधी उर्फ एंटोनिया माईनो के संरक्षण में भारत में करोड़ों अरबों रूपए के घपले घोटालों को अंजाम दिया है।
कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के खरबों रुपये स्विस बैंक के खाते में जमा है. इस खाते को राजीव गांधी ने खुलवाया था.

स्विस पत्रिका Schweizer Illustrierte के 19 नवम्बर, 1991 के अंक में प्रकाशित एक खोजपरक समाचार में तीसरी दुनिया के 14 नेताओं के नाम दिए गए है। ये वो लोग हैं जिनके स्विस बैंकों में खाते हैं और जिसमें अकूत धन जमा है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का नाम भी इसमें शामिल है।
यह पत्रिका कोई आम पत्रिका नहीं है. इस पत्रिका की लगभग 2,15,000 प्रतियाँ छपती हैं और इसके पाठकों की संख्या लगभग 9,17,000 है जो पूरे स्विट्ज़रलैंड की व्यस्क आबादी का छठा हिस्सा है।

रुसी खुफिया एजेंसी ने भी अपने दस्‍तावेजों में लिखा है कि रुस के साथ हुए सौदा में राजीव गांधी को अच्‍छी खासी रकम मिली थी, जिसे उन्‍होंने स्विस बैंके अपने खातों में जमा करा दिया था. इस खाता को राजीव गांधी ने खुलवाया था.

एक सूचना जो संसार भर में साझा की गयी अपने भारत का मीडिया उसे दिखने का सहस नहीं जुटा पाया ! ऐसा भी कहा जाता है की खबर को दबाने के लिए भारत की मीडिया को साध लिया (Manange) गया था ! लोकतन्त्र लंगड़ा हुए जा रहा था पर लोकतन्त्र की एक तथाकथित टाँग अर्थात मीडिया लोकतन्त्र को शक्ति प्रदान करने की बजाए राजीव गांधी की रक्षा कवच बनकर खड़ा हुआ था ! ये खबर यदि झूटी थी तो कांग्रेस ने सत्तासीन होने के बाद भी इसके विरुद्ध कोई कार्यवाही क्यों नहीं की !

खैर, मुद्दा यह है की कांग्रेस वाले बताये की विदेश में देश का अपमान किसने किया ! उस मोदी ने जिसने विदेशी जमीन पर खड़े होकर देश के वास्तिविक हालातो का सच कहने का साहस दिखाया या उस राजीव गांधी ने जिसका नाम फोटो खाता संख्या और लूट की रकम का खुलासा विदेशी जमीन पर कोई विदेशी पत्रकार विदेशी पत्रिका में कर रहा था !

इसके पहले राजीव गांधी पर बोफोर्स में दलाली खाने का आरोप लग चुका है. डा. येवजेनिया एलबर्टस भी अपनी पुस्‍तक 'The state within a state - The KGB hold on Russia in past and future' में इस बात का खुलाया किया है कि राजीव गांधी और उनके परिवार को रुस के व्‍यवसायिक सौदों के बदले में लाभ मिले हैं. इस लाभ का एक बड़ा भाग स्विस बैंक में जमा किया गया है.

रुस की जासूसी संस्‍था केजीबी के दस्‍तावेजों में भी राजीव गांधी के स्विस खाते होने की बात है. जिस वक्‍त केजीबी दस्‍तावेजों के अनुसार सोनिया गांधी अपने अवयस्‍क लड़के (जिस वक्‍त खुलासा किया गया था, उस वक्‍त राहुल गांधी वयस्‍क नहीं थे) के बदले संचालित करती हैं. इस खाते में 2.5 बिलियन स्विस फ्रैंक है, जो करीब 2.2 बिलियन डॉलर के बराबर है. यह 2.2 बिलियन डॉलर का खाता तब भी सक्रिय था, जब राहुल गांधी जून 1998 में वयस्‍क हो गए थे. गांधी परिवार ने कभी इस रिपोर्ट का औपचारिक रूप से खंडन नहीं किया और ना ही इसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की बात कही.

1948 से 2014 तक कांग्रेस द्वारा लूटी गयी कुल अवैध वित्तीय प्रवाह की कीमत कम से कम 462 बिलियन डालर के आसपास आंकी गई है, जो लगभग 20 लाख करोड़ के बराबर है।
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